Friday, July 20, 2012

|| आरती: श्री गूगल महाराज की ||


|| आरती: श्री गूगल महाराज की ||

ओम जय गूगल हरे !
स्वामी ओम जय गूगल हरे !!
प्रोग्रामर के संकट, डेवेलपर्स के संकट,
क्लिक मे दूर करे!!
ओम जय गूगल हरे !!
जो ध्यावे वो पावे,
दुख बिन से मन का, स्वामी दुख बिन से मन का,
होमपेज की संपत्ति लावे, होमवर्क की संपत्ति करावे
कष्ट मिटे वर्क का,
स्वामी ओम जय गूगल हरे!!
तुम पूरण सर्च इंजन
तुम ही इंटरनेट-यामी, स्वामी तुम ही इंटरनेट-यामी
पार करो हमारी सेलरी, पार करो हमारी एपराइसल,
तुम दुनिया के स्वामी,
स्वामी ओम जय गूगल हरे.
तुम इन्फारमेशन के सागर,
तुम पालन करता, स्वामी तुम पालन करता,
मैं मूरख खलकामी, मैं सर्चर तुम सर्वर-यामी
तुम करता धर्ता !!

स्वामी ओम जय गूगल हरे!!
दीन बंधु दुख हरता,
तुम रक्षक मेरे, स्वामी तुम ठाकुर मेरे,
अपनी सर्च दिखाओ, सारे रिसर्च कराओ
साइट पर खड़ा मैं तेरे,
स्वामी ओम जय गूगल हरे!!
गूगल देवता की आरती जो कोई प्रोग्रामर गावे,
स्वामी जो कोई भी प्रोग्रामर गावे,
कहत सुन स्वामी, एमएस हर स्वामी,
मनवांच्छित फल पावे.
स्वामी ओम जय गूगल हरे.
बोलो गूगल महाराज की जय |
बोलो गूगल महाराज की जय ||

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